किसी अतिरिक्त वस्तु का प्रयोग हमने नहीं किया था इसलिये कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लगा।
2.
भलाई मानो एक अतिरिक्त वस्तु है. मानो वह कोई उपकार है. यानी हम उसपर गर्व कर सकते हैं.
3.
इसके अतिरिक्त वस्तु चित्रण, आर्ट एप्रीसिएशन, व्यक्ति चित्रण, ग्राफिक्स आदि का भी प्रशिक्षण फाइन आर्टस् के अंतर्गत सम्मिलित है।
4.
इसके अतिरिक्त वस्तु प्रदर्श के रूप में चरस 300 ग्राम महेन्द्र पाल वस्तु प्रदर्श-1, थैला महेन्द्र पाल वस्तु प्रदर्श-2, चरस 200 ग्राम रामपाल वस्तु प्रदर्श-3 तथा थैला रामपाल वस्तु प्रदर्श-5 भी पेश किये गये।
5.
यदि रमणीय नहीं है, तो क्यों व्यर्थ ही उस पर मोहित होते हो, अर्थात नेत्र, त्वचा, मांस, रक्त और आँसू इनसे अतिरिक्त वस्तु नहीं है, इन्हीं के समुदाय का नाम नेत्र है, भला बतलाओ तो, त्वचा आदि में गर्हितता के सिवा रमणीयता क्या है? ।।
6.
पर्वत वस्तुतः पाषाण ही हैं, पृथिवी मिट्टी ही है, वृक्ष काष्ठ ही हैं और मनुष्य मांस आदि ही हैं अर्थात् पर्वत पत्थर से अतिरिक्त वस्तु नहीं है, पृथिवी मिट्टी से अतिरिक्त नहीं है, वृक्षों काष्ठ से भिन्न कुछ भी नहीं है और मनुष्य भी हाड़ मांस, आदि के ही पुतले ही हैं, उनसे पृथक उनमें कुछ नहीं है।